भारत में कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या दो लाख को पार कर 207615 हो गई है। बीते 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस के 8,909 नए मामले सामने आए हैं, जबकि 217 लोगों की इस दौरान मौत हुई है। आपको बता दें कि ये लगातार पांचवां दिन था जब देश में 8 हजार से ज्यादा मामले सामने आए हैं। 29 मई से लगातार नए मामलों में तेजी दर्ज की गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक देश में कोरोना वायरस के 1,01,497 एक्टिव मामले हैं, जबकि स्वस्थ हुए मरीजों की संख्या बढ़कर 1,00,302 हो गई है। महाराष्ट्र में इस वायरस से सक्रमितों की संख्या 72 हजार को पार कर गई है। यहां दूसरी बार 100 से ज्यादा लोगों की एक ही दिन में मौत दर्ज की गई है। इसकी वजह से यहां पर अब तक 29 पुलिसकर्मियों की भी जान चली गई है। वहीं राजधानी दिल्ली में 2 जून को रिकॉर्ड 1,298 नए मामले सामने जिसके बाद यहां पर संक्रमितों की संख्या बढ़कर 22,132 हो गई है।
आंकड़ों पर यदि नजर डालेंगे तो कुछ बेहद चौंकाने वाली जानकारी सामने निकलकर आ रही हैं। आपको बता दें कि देश में पहली बार 24 मार्च को लॉकडाउन का पहला चरण लागू किया गया था। इसके बाद इसके चार चरण बीत गए हैं और पांचवां चरण चालू है। इस दौरान तो आंकड़े सामने आए हैं उसके मुताबिक हर लॉकडाउन के बाद कोरोना संक्रमितों की संख्या में तेजी आई है। लेकिन लॉकडाउन के चौथे चरण में रिकार्ड 90 हजार से अधिक मरीज सामने आए। वहीं लॉकडाउन 5 में इस रिकॉर्ड के भी टूटने की पूरी आशंका दिखाई दे रही है। बीते चार दिनों में 30 हजार से अधिक मामलों का सामने आना इस बात की तसदीक भी करता दिखाई दे रहा है।
भारत में कोरोना वायरस का पहला मामला 30 जनवरी 2020 को सामने आया था। 14 मार्च को देश में इनकी संख्या बढ़कर 100 हो गई थी। 29 मार्च को इन संक्रमितों की संख्या 1000 के पार हो गई थी। 7 अप्रैल को इनकी संख्या 5 हजार के पार हो गई थी। 13 अप्रैल को कोरोना संक्रमित मरीजों का ये आंकड़ा 10 हजार के पार जा पहुंचा था। इसके सात दिन बाद यानी 21 अप्रैल को देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 20 हजार को पार कर गई थी। 28 अप्रैल तक देश में कोरोना के मामले 30 हजार के पार पहुंच गए थे। इसके बाद 3 मई को 40 हजार, 6 मई को 50 हजार, 9 मई को 60 हजार, 11 मई को 70 हजार, 14 मई को 80 हजार, 16 मई को 90 हजार और 18 मई को देश में कोरोना के मामले एक लाख को पार कर गए। 26 मई को भारत में कोरोना के डेढ़ लाख मामले थे और 2 जून ये 2 लाख के पार हो गए।
लॉकडाउन के विभिन्न फेज की ही बात यदि करें तो पता चल जाता है कि 25 मार्च 2020 को जब देश में लॉकडाउन की शुरुआत हुई थी तब तक देश में कोरोना के 657 मामले सामने आ चुके थे। लॉकडाउन-1, जो कि 21 दिनों के लिए था और जो 14 अप्रैल को खत्म हुआ था उस दौरान देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 11487 तक पहुंच गई थी। इसका अर्थ है कि इस दौरान देश में 10830 नए मामले सामने आए। लॉकडाउन के इस चरण में कुल 381 मौतें हुई थीं। इसी तरह लॉकडाउन-2 जो कि 15 अप्रैल से 3 मई तक था लगाया गया था उस दौरान देश में कुल मरीजों की संख्या 11487 से बढ़कर 42505 तक पहुंच गई। 19 दिनों के लिए लगाए गए इस लॉकडाउन-2 में कोरोना के 31018 नए मामले सामने आए थे और 969 मौतें हुई थीं।
वहीं लॉकडाउन-3 जो कि 4-17 मई के लिए था में कोरोना के 53193 नए मामले सामने आए और देश में कुल मामलों की संख्या 95698 तक जा पहुंची। लॉकडाउन के इस चरण में कुल 1634 मौतें हुई थीं। 18 मई को लॉकडाउन का चौथा चरण शुरू हुआ। इस चरण के दौरान जितने मामले सामने आए लगभग उतने मामले पहले के तीनों चरणों को मिलाकर सामने आए थे। इस दौरान देश में कोरोना संक्रमण के कुल 93904 मामले सामने आए। गौरतलब है कि लॉकडाउन-4 से पहले भारत कोरोना संक्रमित देशों की सूची में 12वें नंबर पर था। लेकिन लॉकडाउन-4 की समाप्ति तक 7वें नंबर पर पहुंच गया।
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