दिल्ली-नोएडा डायरेक्ट फ्लाईवे पर ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट के दस्ते ने ट्रक को अचानक रोक लिया तो पीछे से आ रही एंबुलेंस उस ट्रक से जा टकराई। इस हादसे मे एंबुलेंस में सवार टेक्निशन और ढाई साल के बच्चे की मौत हो गई। बच्चे को इलाज के लिए सफदरजंग ले जाया जा रहा था। बच्चे की गुरुवार रात तबीयत खराब हुई तो सुरेश उसे एम्बुलेंस में लेकर नोएडा के अस्पताल गए। अस्पताल ने सफदरजंग जाने को कहा। नोएडा से ढाई साल के बीमार बच्चे को लेकर एंबुलेंस सफदरजंग अस्पताल की तरफ जा रही थी बच्चे के माता-पिता और 4 साल का भाई भी एंबुलेंस में थे। ड्राइवर के अलावा एंबुलेंस टेक्नीशियन भी साथ में था। एम्बुलेंस जब मयूर बिहार इलाके में DND टोल से थोड़ा आगे निकला तो हादसा हो गया। ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट की एनफोर्समेंट टीम गाड़ियों की चेकिंग कर रही थी। इस टीम ने तड़के करीब 3:15 बजे एक ट्रक को रोका जिसने तुरंत ब्रेक लगा दि। पीछे से तेज रफ्तार से आ रही एंबुलेंस की ट्रक से भीषण टक्कर हो गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि इस हादसे में बीमार बच्चे सुभाष की मौके पर मौत हो गई। और एम्बुलेंस के टेक्निशन सुनील को लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल के डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। वह मूल रूप से आगरा के रहने वाला था। मौके पर मौत हो गई। बच्चे के माता-पिता उनके 4 साल के बेटे और ड्राइवर गंभीर रूप से जख्मी हो गए।
चश्मदीदों ने बताया कि एंबुलेंस के ट्रक से टकराने पर ड्राइवर ट्रक समेत भाग गया। एनफोर्समेंट डिपार्टमेंट की टीम भी घायलों की मदद करने के बजाय रफूचक्कर हो गई। इसके बाद टोल प्लाजा के स्टाफ और गार्ड ने राहत के काम में मदद की। टक्कर से एंबुलेंस का आगे का हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। आगे बैठे ड्राइवर और टेक्निशन बुरी तरह फस गए। फायर ब्रिगेड की टीम ने दोनों को बड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला। टोल के सुरक्षाकर्मियों और राहगीरों ने पुलिस को कॉल की इसके बाद एंबुलेंस जख्मों को अस्पताल लेकर गई। एंबुलेंस ड्राइवर ने बताया कि डीएनडी टोल प्लाजा पार करते ही अचानक एनफोर्समेंट डिपार्टमेंट की टीम ने रोक लिया। इससे वह एंबुलेंस पर कंट्रोल नहीं कर सका और सीधे ट्रक से भिड़ गए। ट्रक ड्राइवर और इनफॉर्मेंट टीम की तलाश जारी है।
हादसे में बिखर गई जिंदगी
हादसे से नोएडा में सिक्योरिटी गार्ड की जॉब करने वाले सुरेश की जिंदगी बिखर सी गई हैं। वह मध्य प्रदेश के चित्रकूट के रहने वाले हैं। दो वक्त की रोटी कमाने के लिए वह नोएडा आए थे। पत्नी मुन्नी देवी और दो बच्चों के साथ उनका जीवन ठीक से गुजर रहा था। इस हादसे ने उनका ढाई साल का बेटा छीन लिया। वहीं 4 साल के बेटे व खुद और उनकी पत्नी की हालत गंभीर है।

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